कभी कभी आपको खबर मिलती है कि अचानक किसी व्यक्ति की मृत्यु हो गयी है डॉक्टर मृत्यु का कारण दिल का दौरा यानी हार्ट अटैक (heart attack) बताते है जब किसी व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ता है तो उसको लगभग 1 महीने पहले लक्षण दिखाई देने लगते है दिल का दौरा एक साइलेंट किलर यानी अचानक से आने वाली बीमारी है ये कभी किसी को भी अचानक से पड़ जाता है ये बीमारी (disease in hindi)किसी उम्र की मोहताज नही है बचपन जवानी या बुढापा उम्र के किसी भी पड़ाव पर आ सकती है जिस के कारण उस व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है आज के इस लेख में हम विस्तार से जानेगे की दिल का दौरा यानी हार्ट अटेक किसे कहते है ओर हार्ट अटैक कब होता है
Heart attack disease in hindi - दिल का दौरा क्या है
दिल का दौरा(heart attack) एक साइलेंट किलर बीमारी है जो अचानक से किसी भी व्यक्ति को अपना शिकार बना लेती है इस बीमारी(disease in hindi) के शिकार होने पर व्यक्ति के दिल कि गति रुक जाती है जिसकी वजह से मृत्यु हो जाते है दिल का महत्वपूर्ण कार्य पूरे शरीर को ब्लड पंप करना है ये फेफड़ो की मदद से पूरे शरीर से टॉक्सिकल ब्लड को इकठा करता है और उसको वापस दूसरी ओर से शरीर में पम्प कर देता है ये प्रकिया बिना रुके चलती रहती है इस बीच दिल को ऑक्सीजन की जरूरत होती है जो ब्लड सर्कुलेशन के साथ पूरी हो जाती है जैसे दिल बिना रुके काम करता है वेसे ही ऑक्सीजन दिल को मिलती रहती है अगर दिल को ऑक्सीजन मिलना बंद हो जाये या ब्लड सर्कुलेशन बन्द हो जाये तो दिल मे दर्द उठता है और अचानक मृत्यु हो जाती है
Symtomes of Heart attack disease in hindi - दिल के दौरे के कारण
- ब्लड प्रेशर ज्यादा होंने पर :- कुछ लोगो को अधिक ब्लड प्रेशर की समस्या हो जाती है इसलिए वो हार्ट अटैक बीमारी के बहुत करीब हो जाते है ब्लड प्रेशर ज्यादा रहने के कारण ब्लड का सर्कुलेशन बढ़ जाता है जो दिल पर बुरा प्रभाव डालता है इसलिए आपका ब्लड प्रेशर ज्यादा होने के कारण दिल का दौरा हो सकता है इसलिए ब्लड प्रेशर बढ़ाने वाली कोई भी चीजों का सेवन न करें
- कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर :- कोलेस्ट्रॉल एक ऐसी स्थिति जिसमे दिल के करीब ज्यादातर नसों में कोलेस्ट्रॉल जम जाने से भी दिल का दौरा पड़ जाता है कोलेस्ट्रॉल नसों में जमने वाला एक चर्बीनुमा एक पदार्थ होता है जो ब्लड में ही शामिल होता है ये पदार्थ ब्लड सर्कुलेशन में कठिनाई पैदा पैदा करता है इसके ब्लड में शामिल होने के कारण ही दिल को सही से ऑक्सीजन नही मिल पाता है जिसके कारण दिल सेल डेड होने लगती है और दिल का दौरा पड़ जाता है
- मोटापा होने पर :- ज्यादा फ़ास्ट फ़ूड या चाइनीज़ खाने से मोटापा बढ़ने लगता है फ़ास्ट फ़ूड या चाइनीज़ के अलावा कोई भी ज्यादा कैलोरी वाले, वसा युक्त और फैटी फ़ूड वाले खाने को खाने के कारण बढ़ जाता है जो आगे चलकर दिल के दौरे का कारण बन जाता है वेसे तो वसा शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है लेकिन लिमिट से ज्यादा वसा नसों में जमा होने लगता है जिसकी वजह से ब्लड जमने लगता है और दिल की सेल को समय पर ऑक्सीजन ना मिलने पर दिल की सेल डेड हो जाती है इसलिए दिल का दौर पड़ जाता है
- मेटाबोलिक सिंड्रोम :- ये एक ऐसी स्थिति है जिस में मरीज़ को हाई ब्लड प्रेशर , हाई शुगर ओर साथ मे मोटापा भी रहता है इस स्थिति मरीज़ को दिल का दौरा बहुत जल्दी आ जाता है
- अधिक उम्र और मानसिकता :- उम्र के साथ साथ इम्युनिटी कम हो जाती है जिसकी वजह से बीमारियों का आने का खतरा बहुत अधिक रहता है इम्युनिटी की वजह से भी कुछ लोगो में दिल के दौरा पड़ने जैसे बीमारी देखी गई है दिल के दौरा पुरुषो में औसतन 44 वर्ष की आयु के बाद देखा गया है और महिलाओ में लगभग 55 वर्ष की आयु के बाद कभी कभी दिल का दौरा डिप्रेशन के चलते भी हो जाता है