Giloy in hindi - गिलोय के लाभ,दुष्प्रभाव ओर डेंगू का इलाज

 जब उम्र ढलने लगती है तो लोगो में  बहुत सी  बिमारियाँ पनपने लगती है  क्योंकि बहुत से लोगो में इम्युनिटी की कमी हो जाती है इम्युनिटी शरीर  में बीमारी से लड़ने का काम करती है लेकिन दोस्तो ऐसी स्थिति में अंग्रेजी दवा खाने का मन नही रहता है इसलिए  ऐसे लोगों के लिए देसी दवा बेहतर रहती है जो दवा इस लेख में पढ़ने वाले हो उस दवा को गिलोय (giloy in hindi)के नाम से  जानते है दोस्तो ये दवा इम्युनिटी के साथ कफ पित वात की तमाम बीमारीयो को भी आराम दिलाया जा सकता है


    Giloy in hindi - गिलोय क्या है

    Giloy in hindi




    गिलोय एक आयुर्वेदिक दवा है जो जंगलो के भीतर झाड़ियों में आसानी से मिल जाती है इस जड़ी बूटी को अमृत कहा जाता है क्योंकि ये दवा कफ पित्त वात तीनो रोगों को नियंत्रित कस सकती है इस दवा को अमृत अमृतवल्ली, गिलोय,गुडूची (guduchi) आदि है कई अलग नामों से जानते है तथा इसका वैज्ञानिक नाम tinospora cordifolia है ये दवा एक बेल के रूप में उगती है इस दवा के पत्ते पान के आकार के होते है इस दवा के पत्ते तने, ओर टहनी तीनो औषधीय गुण रखते है इस दवा की बेल जिस पेड़ पर भी फैलती है उसके ज्यादातर गुण अपने अंदर ही ले लेती है इसलिए नीम के पेड़ की गिलोय सबसे अच्छी मानी जाती है इसे नीमगिलोय भी कह जाता है
     
     

    Benefits of giloy in hindi - गिलोय के फायदे 

    बीमार होने और बाज़ार में कई तरह की दवाइयां मिल जायेगी जिससे आप अपना इलाज आसानी से कर सकते है लेकिन दोस्तो आज आप जानने वाले है एक घरेलू नुस्खा (giloy in hindi) जो कई बीमारियों को आसानी खत्म कर देता है 
     
     
    • बुखार होने पर :- अगर आपको बुखार है जो काफी समय से नही जा रहा है आप इलाज़ करते करते थक चुके है  तो ये दवा आपके लिए है इस दवा की टहनी लेकर  आपको पानी मे उबाल लेंनी है और उसके पानी को स्टोर कर लेंना है  फिर उसको रोज़ सुबह व शाम पीना है इससे आपका बुखार खत्म हो जायगा साथ ही अगर आपको डेंगू बुखार  है तो इस के लिए भी बहुत फायदेमंद है इस दवा का  उपयेग कर के आप डेंगू को जल्द से जल्द खत्म कर सकते है
    • कब्ज़ होने पर :-  अगर आपको भी रहता है कब्ज़ तो आपको गिलोय का सेवन करना चाहिए गिलोय आपके पाचन  तंत्र को सही रखता है जिससे आपको कब्ज़ की शिकायत नही रहती है कब्ज़ के लिए गिलोय की सूखी हुई लकड़ी का पाउडर बना कर इस्तमाल कर सकते है या गिलोय का रस निकाल कर भी इस्तेमाल कर सकते है
    • बवासीर होने पर :- इस दवा का इस्तेमाल बवासीर के लिए किया जाता है क्योंकि बवासीर में  कब्ज़ हो जाता है जो बवासीर को बढ़ाता है ये दवा कब्ज़ नही होने देती इस लिए बवासीर में आराम देती है अगर आप बवासीर की पीढ़ा से पीढ़ित हो तो आपको गिलोय का इस्तेमाल करना चाहिए
    • पेट मे कीड़े होने पर :- आपके पेट मे कीड़े हो जाते है आप को भूख नही लगती खून की कमी हो जाती है आपका हाज़मा बिगड़ जाता है अगर आपके साथ पहले ही ये लक्षण दिखाई दे तो आपको गिलोय का सेवन करना चाहिए गिलोय के सेवन से पेट के कीड़े खत्म हो जाते है ओर खून की कमी पूरी हो जाती है 
    • इम्युनिटी के लिए :- गिलोय  कई तरह से बीमारियों खत्म करता है गिलोय का इस्तेमाल इम्युनिटी पावर को बढ़ाने के लिए भी किया जाता है जब शरीर की  इम्युनिटी बढ़ जाती है तो  शरीर होंने वाली सभी प्रकार की बीमारियों को खत्म कर देती है
    • अस्थमा के लिए :- इस दवा का उपयोग अस्थमा के लिए भी किया जाता है अगर आपको अस्थमा है तो आपको गिलोय के तने का जूस लेकर उसको शहद के साथ मिलाकर लेना है इससे अस्थमा की समस्या खत्म हो जायेगी
     
     

    Side effect of giloy in hindi - गिलोय के नुकसान

     
    ये तो आप जैम चुके है गिलोय के फायदे क्या है ओर नुकसान क्या है लेकिन अगर इसको ज्यादा मात्रा में लेते है या गलत तरीके से लेते है तो आपको इसके नुकसान भी देखने को मिल सकते है 
    • कम ब्लड प्रेशर में :- जिन लोगो को ब्लड प्रेशर कम होने की समस्या रहती हो उनको गिलोय का इस्तेमाल नही करना चाहिए क्योंकि गिलोय ब्लड प्रेशर को लो कर देता है इस लिए गिलोय के इस्तेमाल से नुकसान भी हो सकता है
    • प्रेगनेंसी में  :- जो महिलाएं स्तनपान करती है या प्रेग्नेंट है उनको भी गिलोय का सेवन  नही  करना चाहिए क्योंकि इसके काफी नेगेटिव असर डालता है इसलिए अपने फैमिली डॉक्टर की सलाह ले लें उसके बाद इसका इस्तेमाल करें
    • इम्युनिटी में :- गिलोय के इस्तेमाल से इम्युनिटी बढ़ जाती है लेकिन गिलोय के निरंतर इस्तेमाल से या बहुत अधिक मात्रा में इस्तेमाल करने पर ऑटोइम्युन बीमारी होने का खतरा हो जाता है
    • सर्जरी से पहले :- अगर आप सर्जरी करवाने की सोच रहे है या आपने सर्जरी करवाली है तो आपको गिलोय नही लेना चाहिए अगर आप गिलोय ज्यादा लेते है तो आपको कब्ज़ हो सकता है जो आपकी सर्जरी को नुकसान पहुचाता है इस लिए सर्जरी के पहले या बाद में गिलोय का सेवन नही करना चाहिए
    • कब्ज़ होने पर :- वेसे तो गिलोय कब्ज़ को खत्म कर देता है लेकिन इसका उपयोग ज्यादा मात्रा में करने पर इसके नुकसान हो सकते है जैसे ज्यादा इस्तेमाल करने पर आपको कब्ज़ हो जाता है इसलिए इसका उपयोग पर्याप्त मात्रा में हो करना चहिये
     
    F&Q
     

    Q.गिलोय का उपयोग कब करें 

    Ans:- गिलोय का उपयोग निहार पेट (empty stomach) खानी चाहिए  अगर आपको बुखार है तो आपको 40 ग्राम गिलोय की हरी पत्ती को अच्छे से पीस ले फिर उसमें 250 ml पानी मिला लें उसको उबाल कर पीने से आपको राहत मिल जायेगी इस दवा का स्तेमाल आपको लगभग दिन में 3 बार करना है

    Q. गिलोय गर्म है या ठंडा

    Ans:- गिलोय नैचरली ठंडा होता है इस लिए ये दवा ज्यादातर गर्म बीमारियों पर काम करता है जैसे बुखार गर्म होता है तो गिलोय का इस्तेमाल से बुखार खत्म कर देगा
     

    Q. क्या गिलोय रोज़ पीना चाहिए 

    Ans:- गिलोय का काढ़ा बना कर ही पीना चाहिए इसका काढ़ा सिर्फ एक कप ही बना कर पिये ताकि आपको नुकसान न उठाना पड़े इसका ज्यादा इस्तेमाल नुकसान भी पहिच सकता है कोई समस्या होने पर अपने डाक्टर को दिखाए


    Q. क्या गिलोय को दूध के साथ ले सकते है 

    Ans:- हाँ दोस्तो गिलोय को दूध के साथ ले सकते है लेने के तरीके को जान ले फिर इसका इस्तेमाल करें ताकि आपको कोई नुकसान न हो दोस्तो दूध में एक टहनी गिलोय की डाल दें उसके बाद उसमें कुछ मात्रा अदरक की भी लें और अदरक साथ थोड़ा हल्दी पाउडर डाल दे फिर उसको अच्छे से उबाल लें फिर छान कर पी लें ये आपके शरीर को बहुत लाभ प्रदान करेंगा आपकी बदन दर्द और सूजन को भी खत्म कर देगा
     
     
    निष्कर्ष:- आज के इस लेख में आप जान चुके है गिलोय क्या होता है इसके फायदे क्या है और इसके नुकसान क्या है लेकिन दोस्तो अगर आप उसका इस्तमाल कर रहे है तो आप अपने डॉक्टर से सलाह ले सकते है 
     

     

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