Periods in hindi - माहवारी क्या है,लक्षण,उपचार, ओर क्या खाएं

 

माहवारी महिलाओ को गर्भधारण करने के योग्य बना देती है इस स्थिति में महिलाओ को महीने में एक दिन से  सात तक ब्लीडिंग हो सकती है आज के इस लेख में (periods in hindi) के बारे में हम विस्तार से बात करने वाले है

     

    What is periods in hindi - माहवारी क्या है 

    Periods in hindi


    बाल अवस्था से वयस्क अवस्था की ओर यानी 8 से 13 की उम्र के बाद ही महिलाओ को पीरियड्स होने लगते है यदि में एक शब्द का प्रयोग करते हुए कहूँ तो पीरियड्स में ब्लीडिंग होने लगती है पीरियड्स में होने वाली ब्लीडिंग एक तरह की परत होती है जो खून (blood) ओर म्यूकस से बनी होती है इस परत को बनने में लगभग 28 से 30 दिन लगते है पीरियड्स वयस्क महिलाओ को गर्भधारण करने योग्य बना देता है।इस दौरान महिला के यूटेरस में दो तरह के हार्मोन पैदा ही जाते है एस्ट्रोजन ओर प्रोजेस्टिरोन ये दोनों हार्मोन महिला की यूटेरस की परत ओर अंडाशय से निकले अंडो का पालन पोषण करता है महिला के अंडाशय से निकला हुआ अंडा पुरुष के स्पर्म से जाकर मिल जाता है जिसे फर्टिलाइजेशन कहते है अंडा स्पर्म से मिल गया तो फर्टिलाइजेशन ओर नही मिला तो वजाइना के द्वार से बाहर आ जाता है जिससे ब्लीडिंग होने लगती है आम भाषा मे इस को ही माहवारी कहते है

     

    पीरियड्स से पहले की निशानियां - premenstrual signs

     

    जब पीरियड्स आने शुरू होते है तब महिलाओ में कुछ बदलाव देखे जाते है जैसे महिलाओ के योन सम्बंधित स्थानों ओर बाल आ जाते है पैरों पर बाल आ जाते है हाथो पर भी बाल आ जाते है सीने में आभार पैदा हो जाता है

     

    पीरियड्स में होने वाली समस्या -periods problem in hindi

     

    जब महिलाओ को पीरियड्स होते है तो कुछ महिलाओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है लेकिन कुछ महिलाओ को ज़रा सा भी फर्क नही पड़ता ये  जिन महिलाओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है उनको ये दिक्कत आती है चिड़चिड़ापन,सर दर्द ,हल्का पेट दर्द हो सकता है कब्ज़,सूजन,पीठ ओर पैरों का दर्द कि शिकायत भी रह सकइ है इसके अलावा चिंता, अनिंद्रा, अच्छा और ज्यादा खाने की इच्छा ओर स्तन दर्द ओर चहरे पर मुहासे हो सकते है 

     

    अनियमित माहवारी क्या है - irregular periods in hindi

    वेसे तो  हमने ऊपर जान ही लिया की महिलाओं का पीरियड साईकल लगभग 28 से 30 दिनों का रहता है हर महीने ये साईकल अपने समय पर होता रहता है लेकिन दोस्तों कभी कभी पीरियड्स अपने साईकल से पहले होने लगते है इस स्थिति को अनियमित पीरियड्स कहा जाता है इस समस्या का सामाधन आप अपने घर और ही कर सकते है

     

    Solution of Irregular periods in hindi - अनियमित माहवारी का सामाधान

     

    वेसे तो हमने ऊपर जान ही लिया की महिलाओं का पीरियड साईकल लगभग 28 से 30 दिनों का रहता है हर महीने ये साईकल अपने समय पर होता रहता है लेकिन दोस्तों कभी कभी पीरियड्स अपने साईकल से पहले होने लगते है इस स्थिति को अनियमित पीरियड्स कहा जाता है इस समस्या का सामाधन आप अपने घर और ही कर सकते है
    •  सोंफ का इस्तेमाल :- किसी बर्तन में पानी लेकर उसमे थोड़ी मात्रा में सोंफ को डाल दें और 10-15 मिनिट्स तक उबाल लें फिर इसका सेवन किया जाए ऐसा करने से पीरियड्स आसानी से नियमित रुप ले लेता आप चाहे तो पानी मे सोंफ को रात भरके लिए भी भिगोकर रख सकते है ओर फिर छान कर इसका एवं दिन में 3-4 बार करें
    •  धनिया का इस्तेमाल :- धनिया के बीज और पिसी हुआ दाल चीनी लेनी है ओर एक पानी मे डाल कर इतना उबाल लेना है की आधा कप रह जाये साथ मे मिश्री का इस्तेमाल भी कर सकते है इस उपाय से भी अनियामित माहवारी (irregular periods in hindi )भी नियमित हो जायेगी
    • कच्चे पपीते का इस्तेमाल :- अगर आप कच्चे पपीते का इस्तेमाल दही के साथ करना शुरू कर दें तो आप के अनियमित माहवारी नियमित माहवारी में बदल जायेगी। अगर आप चाहे तो पका हुआ पपीता का भी इस्तेमाल कर सकते है इससे पपीता में मौजूद एस्ट्रोजन हार्मोन उत्तेजित होता है
    • अनन्नास का इस्तेमाल :- अनन्नास में ब्रोमेलिन नामक एंजाइम पाया जाता है जो गर्भाशय की परत को नरम बना  देता है ओर पीरियड्स के साईकल को भी नियमित कर देता है इस लिए अनन्नास का इस्तेमाल काफी फायदेमंद साबित हुआ है

     

     

    पीरियड्स के दौरान ये खाने से बचे-don't eat this types of food

     


     
    पीरियड्स के दौरान शरीर बहुत सुस्त हो जाता है इस लिए हम जो भी खाते है उसका प्रभाव हमारे शरीर पर बहुत पड़ता है इस लिए कुछ चीजें खाने से बचें जैसे खट्टे फल खाने से बचे खट्टे फल पीरियड्स के दौरान नही खाने चाहिए वसा वाले खाद्य पदार्थ नही खाने चाहिए ये डाइजेस्ट होने में वक़्त ले लेते है मीठा या मिठाइयों का सेवन न करें ये भी नुकसान दे देता है पीरियड्स के दौरान कैफीन के सेवन से बचे ये आपके शरीर को नुकसान पहुचा सकता है कैफीन बहुत तरह के पेय पदार्थों ओर सॉफ्ट ड्रिंक ओर एनर्जी ड्रिंक में भी मौजूद रहता है इस लिए इस का सेवन न करें पीरियड्स के दौरान कैफीन के सेवन से बचे ये आपके शरीर को नुकसान पहुचा सकता है कैफीन बहुत तरह के पेय पदार्थों जैसे चाय चॉकलेट कॉफी ओर सॉफ्ट ड्रिंक ओर एनर्जी ड्रिंक में भी मौजूद रहता है इस लिए इस का सेवन न करें

     

     
     
    FAQ
     
    Question & answer
     

    Q:- पीरियड्स के दौरान नहाना चाहिए या नही

     
    Ans:- पीरियड्स के दौरान ज्यादातर लोग नहाने को मना करते है देखा जाए तो न नहाना बेहतर हो सकता है अगर आपको नहाना जरूरी है तो आप को कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है जैसे जब आओ नहाये तो बाथरूम को अच्छे से साफ करले ओर अगर आप बाथटब का इस्तेमाल करते है तो उसे भी अच्छे से साफ कर लें नहाने से पहले भी नहाने के बाद भी क्योंकि पीरियड्स के दौरान इंफेक्शन का खतरा रहता है इसके अलावा आपको प्राइवेट पार्ट के बालों को भी साफ करले लेकिन किसी केमिकल वाले पप्रोडक्ट का इस्तेमाल न करें नहाते समय पेड का इस्तेमाल न करें ब्लीडिंग होती है तो होने दे और सबसे ज्यादा याद रखने योग्य बात आप को नहाते समय गर्म पानी का इस्तेमाल करना है ठंडा पानी ब्लीडिंग को प्रभावित करता है ये सावधनी रखते हुए आप नहा सकते है
     

    Q:-पीरियड्स खुलकर न हो तो क्या करें 

     
    Ans:- पीरियड्स खुल कर न होतो घरेलू नुस्खा इस्तेमाल कर सकते है रात सोते समय हल्दी मिलाकर दूध में 1 चौथाई अजवायन खाये या फिर हल्दी वाला दूध के साथ स्वाद अनुसार गुड़, 1 चौथाई चम्मच सोंठ ओर 1 चौथाई चम्मच अजवायन भी ले सकते है इस से पीरियड्स खुलकर   होने लगते है
     

    Q:- पीरियड्स खुल कर क्यों नही आता 

    Ans:- अगर आप गहरी चिंतन में है आप पर ज्यादा स्ट्रेस है तो आपको इसका असर पीरियड्स पर पड़ेगा स्ट्रेस से आपके शरीर के सभी हार्मोन का संतुलन बिगड़ जाता है स्ट्रेस वेसे तो बहुत चीज़ों को प्रभावित करता है जिनमे से एक है पीरियड्स का कम होना इस लिए स्ट्रेस को दूर रखें
     
     

    Q:- पीरियड्स के दौरान संबंध बना सकते  है या नही

    Ans:-पीरियड्स के दौरान संबंध बना सकते है लेकिन उस के आपको प्रोटेक्शन का इस्तेमाल करना जरूरी है क्योंकि ब्लीडिंग के कारण इन्फेक्शन हो सकता है कुछ महिलाओं को पीरियड्स के दौरान संबध बनाने में आनंद आता है इस से महिलाओ का स्ट्रेस दूर होता है जिसकी वजह से गुड फील करती है
     
     
     
     
    Conclusion
     
    दोस्तो इस लेख में आप पढ़ चुके है माहवारी क्या है माहवारी में क्या कहा सकते है क्या नही कहा सकते किन किन चीजों की सावधानी रखनी है और लोगो द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब भी आप देख चुके है  

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